खेल की खबरें | भूटिया ने एआईएफएफ के नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की, कहा प्रभाकरण को बलि का बकरा बनाया गया

कोलकाता, आठ नवंबर भारतीय फुटबॉल के दिग्गज और पिछले साल अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष पद के चुनाव में बुरी तरह हारने वाले बाइचुंग भूटिया ने बुधवार को मौजूदा अध्यक्ष कल्याण चौबे की कड़ी आलोचना करते हुए नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की।
इस पूर्व भारतीय कप्तान ने यह मांग एआईएफएफ के महासचिव शाजी प्रभाकरण को ‘भरोसे की कमी ’ के कारण बर्खास्त किए जाने के बाद उठाई है। उन्होंने कहा कि चौबे की अगुवाई वाली संस्था ने प्रभाकरण को बलि का बकरा बनाया है।
भूटिया ने गंगटोक से पीटीआई से कहा, ‘‘भरोसा तोड़ने का आरोप अकेले शाजी पर नहीं बल्कि एआईएफएफ का नेतृत्व करने वाले अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष समेत सभी सदस्यों पर लगाया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा,‘‘हर कोई यह जानना चाहता है कि यह भरोसा कहां तोड़ा गया और किस तरह से इसका उल्लंघन किया गया। अध्यक्ष और सचिव ने हर बार मिलकर प्रमुख फैसले किए हैं, जिनमें एशियाई खेलों में भाग लेना और एशिया कप की मेजबानी के लिए बोली लगाने से हटना भी शामिल है।’’
भूटिया ने कहा,‘‘ लेकिन यहां शाजी को बलि का बकरा बनाया जा रहा है। (पूरी) टीम, अध्यक्ष, महासचिव, उपाध्यक्ष और कोषाध्यक्ष इस गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार हैं। सभी को हटाया जाना चाहिए और नए संविधान के तहत चुनाव कराए जाने चाहिए।’’
उन्होंने कहा,‘‘मैं शाजी को बर्खास्त किए जाने से हैरान नहीं हूं। जब से नए प्रबंधन ने जिम्मेदारी संभाली है, तब से भारी कुप्रबंधन व्याप्त है।’’
भारत के पूर्व गोलकीपर और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य चौबे ने पिछले साल दो सितंबर को हुए चुनाव में 34 मतों में से 33 मत हासिल करके भूटिया को करारी शिकस्त देकर अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ के अध्यक्ष का पदभार संभाला था। वह पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने इस संस्था का शीर्ष पद हासिल किया।

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