देश की खबरें | भाजपा परिवार की पार्टी नहीं बननी चाहिए: यतनाल

बेंगलुरु, 17 नवंबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा एक परिवार की पार्टी नहीं बननी चाहिए।
उन्होंने कर्नाटक के दिग्गज नेता बी.एस. येदियुरप्पा के बेटे बी.वाई. विजयेंद्र को भाजपा की प्रदेश इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने की ओर इशारा करते हुए यह बात कही।
विजयपुरा से विधायक यतनाल ने कहा कि अगर भाजपा एक परिवार की पार्टी बन जाती है तो न तो पार्टी और न ही हिंदू कार्यकर्ता इसे स्वीकार करेंगे।
उन्होंने यह मांग भी रखी कि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उत्तरी कर्नाटक से होना चाहिए।
विधानसभा और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष चुनने के लिए होने वाली बैठक से पहले केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम और कर्नाटक भाजपा के महासचिव (संगठन) राजेश जीवी ने यतनाल से उनके आवास पर मुलाकात की, जिसके बाद वह पत्रकारों से बात कर रहे थे।
यतनाल ने कहा कि उन्होंने भाजपा नेताओं को उन लोगों के बारे में विस्तार से बताया जिन्होंने मई में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान “समझौता” करके पार्टी को धोखा दिया, जिससे पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।
यतनाल ने यह भी कहा कि उन्होंने नेताओं को यह भी बताया कि किस तरह पार्टी “लोगों के एक वर्ग पर केंद्रित होकर रह गई।”
येदियुरप्पा के मुखर आलोचक यतनाल ने कहा, “वे कई सच्चाइयों से वाकिफ नहीं थे। जबकि अन्य लोग डरे हुए हैं, मैंने उन्हें समझाया कि कर्नाटक में क्या हुआ था क्योंकि मैं न्याय, राजनीति में नैतिकता और पार्टी के हितों में दृढ़ता से विश्वास करता हूं… मैंने उनसे कहा कि भाजपा को एक परिवार की पार्टी नहीं बनना चाहिए। हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे। इसे न तो भाजपा कार्यकर्ता स्वीकार करेंगे और न ही हिंदूवादी कार्यकर्ता।”
यह पूछे जाने पर कि क्या वह भाजपा की राज्य इकाई के नवनियुक्त प्रमुख विजयेंद्र का स्वागत करेंगे, तो उन्होंने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया।
उनसे बात करने के विजयेंद्र के प्रयासों के बारे में उन्होंने कहा, “मैं हर किसी से बात नहीं करता। मैं उनसे बात करता हूं, जो मेरा सम्मान करते हैं।”
यह पूछे जाने पर कि अगर उत्तरी कर्नाटक के एक विधायक को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किए जाने की मांग पूरी नहीं हुई तो उनका रुख क्या होगा, इसपर उन्होंने कहा, “तब लोग और हम फैसला करेंगे। हम बेकार नहीं बैठेंगे। यह मेरा स्वभाव नहीं है।”

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