जरुरी जानकारी | डीजीसीए ने हवाई क्षेत्र में नेविगेशन प्रणाली में हस्तक्षेप से निपटने के लिए परिपत्र जारी किया

नयी दिल्ली, 24 नवंबर विमानन क्षेत्र की नियामक डीजीसीए ने वैश्विक नेविगेशन उपग्रह प्रणाली (जीएनएसएस) को जाम करने या छेड़छाड़ करने (स्पूफिंग) के खतरों से निपटने के संबंध में एक परिपत्र जारी किया है।
पश्चिम एशिया में इस तरह के छेड़छाड़ की खबरों के बीच एयरलाइंस और भारतीय हवाईअड्डा प्राधिकरण (एएआई) को यह परिपत्र जारी किया गया।
परिपत्र में विमान परिचालकों, पायलटों, एयर नेविगेशन सेवा प्रदाताओं (एएनएसपी) और हवाई यातायात नियंत्रकों के लिए व्यापक कार्य योजना और बचाव के उपायों के बारे में बताया गया है।
इन उपायों में उपकरण विनिर्माताओं के साथ तालमेल के साथ आकस्मिक प्रक्रियाओं को तैयार करना और परिचालन जोखिम का आकलन करना शामिल है।
एएआई देश का एएनएसपी है और हवाई यातायात नियंत्रक भी इसके तहत आते हैं।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शुक्रवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि उसने हवाई क्षेत्र में जीएनएसएस हस्तक्षेप पर एक परिपत्र जारी किया है।
आमतौर पर, जीएनएसएस को जाम करने या छेड़छाड़ करने (स्पूफिंग) का तात्पर्य गलत सिग्नल देकर उपयोगकर्ता की नेविगेशन प्रणाली में हेरफेर की कोशिश करना है।

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