नयी दिल्ली, 22 नवंबर नागर विमान महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बुधवार को कहा कि उसने ऑडिट में कमियां पाए जाने के बाद विमानों के रखरखाव के लिए रेडबर्ड फ्लाइट ट्रेनिंग अकादमी को दी गई मंजूरी पर रोक लगा दी है।
विमानन नियामक ने यह कदम पिछले महीने क्रैश लैंडिंग की दो घटनाओं के बाद उठाया है।
अक्टूबर में एक सप्ताह के भीतर अकादमी के विमानों के गलत ढंग से उतरने (क्रैश लैंडिंग) की दो घटनाओं के बाद डीजीसीए ने रेडबर्ड फ्लाइट ट्रेनिंग अकादमी के सभी केंद्रों का संचालन निलंबित कर दिया है।
क्रैश लैंडिंग की दो घटनाओं में से एक में चालक दल को मामूली चोटें भी आई थीं। ये घटनाएं 19 अक्टूबर और 22 अक्टूबर को हुई थीं।
विमान प्रशिक्षण देने वाली अकादमी रेडबर्ड के पास 30 विमानों का बेड़ा है। इनमें सिंगल और ट्विन इंजन दोनों तरह के विमान शामिल हैं।
डीजीसीए ने प्रशिक्षण अकादमी के महाराष्ट्र के बारामती में स्थित मुख्य केंद्र और मध्य प्रदेश के सिवनी, कर्नाटक के कलबुर्गी एवं बेलगावी और असम के लीलाबाड़ी स्थित चार उप-केंद्रों का विशेष रखरखाव ऑडिट किया था।
डीजीसीए ने बयान में कहा, ‘‘विशेष रखरखाव ऑडिट के निष्कर्षों से कर्मियों के प्रशिक्षण, रखरखाव कार्यक्रम और रिकॉर्ड, आंतरिक ऑडिट तरीकों, उपकरण और स्टोर प्रबंधन और ईंधन भंडारण में कमियां सामने आई थीं। इसके बाद अकादमी को कारण बताओ नोटिस भेजा गया था।’’
नियामक ने कहा कि अकादमी के स्तर पर उठाए गए सुधारात्मक कदमों की समीक्षा की गई। इसमें पाया गया कि उड़ान प्रशिक्षण संगठन विमान का उचित रखरखाव सुनिश्चित कर पाने में नाकाम रहा है।