नयी दिल्ली, 22 नवंबर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि यूरोपीय संघ और चार देशों के समूह ईएफटीए के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) को अंतिम रूप दे पाना मुमकिन है लेकिन इन समूहों को भारत की चिंताओं का भी ध्यान रखना चाहिए।
गोयल ने यहां उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यूरोपीय संघ (ईयू) और यूरोपीय मुक्त व्यापार संगठन (ईएफटीए) के सदस्य देशों को इन दोनों समूहों के बीच की बेहद महत्वपूर्ण एवं अहम भिन्नताओं को ध्यान में रखने की जरूरत है।
गोयल ने कहा, ‘‘हम मु्क्त व्यापार समझौते के लिए ईयू और ईएफटीए के साथ सक्रिय बातचीत कर रहे हैं। मेरा मानना है कि ये दोनों ही समझौते किए जाने लायक हैं और इनसे हमें उत्पादों का व्यापार बढ़ाने के साथ निवेश, प्रौद्योगिकी, पर्यटन, नवाचार एवं स्वच्छ ऊर्जा में भी मदद मिलेगी।’’
ईएफटीए चार देशों का समूह है जिसमें आइसलैंड, लिक्टेंसटीन, नॉर्वे और स्विट्जरलैंड शामिल हैं। भारत इस समूह के साथ एफटीए की संभावनाएं तलाश रहा है।
वहीं यूरोपीय देशों के समूह ईयू के साथ एफटीए पर भारत की बातचीत जनवरी, 2008 में शुरू हुई थी। लेकिन 2013 में यह वार्ता स्थगित हो गई थी और पिछले साल जून में यह वार्ता फिर से शुरू हुई थी।
गोयल ने कहा कि यूरोप के नॉर्डिक और बाल्टिक क्षेत्रों के देश यूरोपीय संघ में भारत के दूत के तौर पर काम कर सकते हैं। उन्होंने ईयू और ईएफटीए के सदस्यों से क्षेत्रीय भिन्नताओं को ध्यान में रखते हुए एफटीए वार्ता को आगे बढ़ाना का अनुरोध किया।
प्रेम