देश की खबरें | सितंबर में वार्षिक सम्मेलन में लिए गए निर्णयों को आगे बढ़ाने के लिए जी20 डिजिटल शिखर सम्मेलन

नयी दिल्ली, 18 नवंबर भारत की अध्यक्षता में सितंबर में जी20 समूह के वार्षिक सम्मेलन में तय किए गए प्रमुख परिणामों और कार्रवाई बिंदुओं को बुधवार को जी20 डिजिटल शिखर सम्मेलन आगे बढ़ाएगा और इसके साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल-हमास संघर्ष के प्रभाव पर भी चर्चा की जाएगी।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शनिवार को कहा कि आगामी शिखर सम्मेलन में दो महीने पहले नयी दिल्ली में समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन में लिए गए विभिन्न निर्णयों के प्रभावी कार्यान्वयन पर जोर दिए जाने की भी उम्मीद है।
इसमें कहा गया है कि शुक्रवार को भारत द्वारा आयोजित दूसरे ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ’ शिखर सम्मेलन के दौरान हुए विचार-विमर्श भी जी20 शिखर सम्मेलन की चर्चाओं में शामिल किए जाएंगे।
भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत, समूह डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना, जलवायु वित्त, स्वच्छ ऊर्जा और सतत विकास सुनिश्चित करने के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण प्रगति करने में कामयाब रहा।
सितंबर में नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के अंत में, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घोषणा की कि भारत अपनी अध्यक्षता के अंत से पहले समूह के नेताओं के एक आभासी शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
विदेश मंत्रालय ने कहा, “इस घोषणा के तहत प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में जी20 नेताओं का एक आभासी शिखर सम्मेलन 22 नवंबर को आयोजित किया जाएगा।”
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “अफ़्रीकी संघ के अध्यक्ष सहित सभी जी20 सदस्यों के नेताओं, साथ ही नौ अतिथि देशों और 11 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है।”
आभासी शिखर सम्मेलन की तैयारियों से परिचित लोगों ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध और इजराइल-हमास संघर्ष पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *