देश की खबरें | उत्तरकाशी में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए क्षैतिज ‘ड्रिल’ करना ही दूसरा सर्वश्रेष्ठ विकल्प: अधिकारी

नयी दिल्ली, 21 नवंबर उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग के अंदर फंसे सभी 41 मजदूरों को जीवित बाहर निकालने के लिए क्षैतिज ‘ड्रिल’ करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है और केवल यही तरीका दूसरा सर्वश्रेष्ठ विकल्प होगा। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
बचाव प्रयासों के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन ने कहा कि सुरंग में फंसे इन मजदूरों को बचाने के लिए पांच मोर्चे पर एक साथ प्रयास किये जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ‘‘क्षैतिज ड्रिल करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा’’ क्योंकि चट्टान की संरचना लम्बवत ‘ड्रिल’ करने में चुनौती पेश कर रही है।
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सचिव अनुराग जैन ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में ‘‘क्षैतिज ‘ड्रिल’ करना दूसरा सर्वश्रेष्ठ विकल्प है।’’
हसनैन ने बताया कि नयी छह इंच चौड़ी पाइपलाइन का उपयोग फंसे हुए मजदूरों को गर्म भोजन और दवा उपलब्ध कराने में किया जाएगा।
अभी, मजदूरों को खाद्य सामग्री चार इंच चौड़ी पाइपलाइन के जरिए मुहैया की जा रही है।
हसनैन ने यह भी कहा कि फंसे हुए मजदूरों के साथ बेहतर संचार करने के लिए छह इंच चौड़ी पाइपलाइन के जरिये उपकरण भी भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दल बचाव अभियान के दौरान उत्पन्न होने वाली किसी भी अकस्मात स्थिति से निपटने के लिए स्थल पर अभ्यास कर रहे हैं।

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