देश की खबरें | अवैध रूप से अत्यधिक रकम वसूलने पर निगमबोध श्मशान घाट के प्रबंधन के खिलाफ जांच के आदेश

नयी दिल्ली, 23 नवंबर दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सबसे पुराने श्मशान घाटों में से एक, कश्मीरी गेट इलाके में स्थित निगमबोध घाट पर शीघ्र दाह संस्कार और चिता की लकड़ी के लिये अवैध रूप से अत्यधिक रकम वसूले जाने का मामला सामने आया है। घटना से जुड़े एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी ।
दिल्ली की महापौर शैली ओबेरॉय ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं और अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। महापौर के निरीक्षण के दौरान यह मामला बृहस्पतिवार को सामने आया ।
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के अधिकारी के अनुसार, कई गैर सरकारी संगठनों को अंतिम संस्कार के नाम पर मृतक के परिवार के सदस्यों से मोटी रकम वसूलते हुए पाया गया, जो इसके कामकाज को नियंत्रित करने वाले समझौता ज्ञापन के प्रावधानों का उल्लंघन है।
अधिकारी ने बताया कि महापौर ने एमसीडी की नाक के नीचे हो रही इन अवैध गतिविधियों पर चर्चा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और निगमबोध घाट की प्रबंध समिति के साथ बैठक की।
उन्होंने कहा, ‘‘श्मशान घाट में वीआईपी दाह संस्कार और त्वरित सेवाओं के लिए 50,000 रुपये तक की अतिरिक्त राशि ली जा रही है। श्मशान घाट में नियमों के खिलाफ लकड़ी काटने की मशीन भी लगी हुई पाई गई।’’
अधिकारी ने कहा कि पीपल के पेड़ों की लकड़ी का इस्तेमाल अतिरिक्त पैसे लेकर दाह संस्कार के लिए किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘अंतिम संस्कार में इस्तेमाल होने वाली लकड़ी के लिए 15,000 रुपये से 20,000 रुपये की अतिरिक्त राशि ली जा रही थी।’’
अधिकारियों ने बताया कि चिता की लकड़ी के लिये एमसीडी सात रुपये प्रति किलो की दर से कीमत लेता है।

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