बेंगलुरु, 22 नवंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बुधवार को कहा कि उन्हें जवाब देना चाहिए कि उनके गृह राज्य गुजरात और भारत में कुपोषण क्यों बढ़ रहा है।
सिद्धरमैया ने कहा कि मॉडल राज्य के रूप में गुजरात की प्रशंसा करने वालों को जवाब देना चाहिए कि प्रधानमंत्री के गृह राज्य में कुपोषण सूचकांक क्यों बढ़ रहा है।
सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘जो लोग एक मॉडल राज्य के रूप में गुजरात की प्रशंसा करते हैं, उन्हें जवाब देना चाहिए कि गुजरात और देश में कुपोषण सूचकांक क्यों बढ़ रहा है। क्या यह पूरे देश के लिए एक मॉडल बन सकता है?’’
सिद्धरमैया राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रम ‘‘एनीमिया मुक्त पौष्टिक कर्नाटक’’ का उद्घाटन करने के बाद संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर कोई स्वस्थ रहे इसके लिए गरीबी और अशिक्षा की समस्या को सुलझाना होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार का लक्ष्य हर किसी के दरवाजे तक स्वास्थ्य लाभ पहुंचाना है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार इसके लिए आवश्यक धनराशि उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।
मुख्यमंत्री ने महिला एवं बाल कल्याण मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर और स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव से सरकार के उद्देश्य को पूरा करने और ‘‘राज्य के बच्चों और सभी को बहुत स्वस्थ रखने’’ के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया।
राव ने कहा कि लोगों को एनीमिया के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है और वे इसे लेकर चिंतित नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हीमोग्लोबिन कम होने पर एनीमिया शुरू हो जाता है। इसका मुख्य कारण पोषण की कमी है। आयरन की कमी के कारण हीमोग्लोबिन कम हो जाता है। इससे हमारा शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित होता है। थकान के कारण इंसान की ऊर्जा कम हो जाती है।’’
मंत्री ने कहा कि सरकार कर्नाटक को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि एनीमिया संज्ञानात्मक क्षमता को कम कर देता है और बच्चों की शिक्षा को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘समय समय पर, हम जागरूकता पैदा करेंगे और इसे रोकेंगे।’’
‘एनीमिया मुक्त पौष्टिक कर्नाटक’ कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य माताओं और बच्चों की पोषण स्थिति में सुधार करना है।