देश की खबरें | प्रसून जोशी ने ‘दो पलकों की छांव में’ पुस्तक का विमोचन किया

प्रयागराज, 17 नवंबर जाने माने कवि, गीतकार और फिल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी ने शुक्रवार को यहां पुस्तक “दो पलकों की छांव में” का विमोचन किया।
इस पुस्तक की लेखिका प्रोफेसर हेमा जोशी ने पुस्तक में दो शहरों अल्मोड़ा और प्रयागराज में बिताए वर्षों को बड़े रोचक ढंग से लिखा है।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अंग्रेजी विभाग की पूर्व प्रोफेसर डाक्टर हेमा जोशी की इस पुस्तक का विमोचन करते हुए प्रसून जोशी ने कहा, यह धीमी आंच पर पका हुआ लेखन है। इसमें पहाड़ की खान-पान से लेकर संस्कारों की बात शामिल है।
उन्होंने कहा कि डाक्टर हेमा जोशी के लेखन में पहाड़ की साफगोई और पहाड़ की पारदर्शिता है। उन्हें इस पुस्तक को लिखने की प्रेरणा खुद अपने अंदर से ही मिली। हालांकि इस पुस्तक को लिखने में उन्हें 10 वर्ष का समय लग गया जिसमें उन्होंने अपनी प्रेम कहानी बयां की है।
प्रसून जोशी ने कहा कि पहाड़ की पृष्ठभूमि से होने के नाते प्रयागराज आने पर किस तरह का द्वंद उन्हें झेलना पड़ा। इसके बारे में भी उन्होंने बताया है। उन्होंने बताया है कि उनके दौर का प्रेम कितना मर्यादित था।
प्रसिद्ध लेखिका और विश्वविद्यालय में पूर्व सहकर्मी नीलम सरन गौड़ ने हेमा जोशी के लेखन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बगैर सोच के लेखन नहीं किया जा सकता। उनकी पुस्तक में जीवन का दर्शन दिखाई देता है। उनकी पुस्तक में प्रेम और उसकी गहराइयां दिखाई देती हैं।
राका प्रकाशन द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक के विमोचन के अवसर पर साहित्य जगत के कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

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