कोटा (राजस्थान), 22 नवंबर राजस्थान के शहरी विकास और आवास मंत्री शांति धारीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कोटा रैली को बुधवार को “फ्लॉप शो” करार दिया और उन्हें चंबल रिवरफ्रंट में एक इंजीनियर की मौत की घटना की जांच करने की चुनौती दी।
धारीवाल ने यहां सिविल लाइंस स्थित अपने आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि अतीत में कई प्रधानमंत्री हुए हैं लेकिन मौजूदा प्रधानमंत्री जैसे कोई नहीं हुए हैं, जिन्होंने बिना सबूत के उनके खिलाफ व्यक्तिगत आरोप लगाए।
धारीवाल ने कहा, “आप केंद्र सरकार हैं, और प्रधानमंत्री हैं, सभी जांच एजेंसियां आपके अधीन हैं…जांच कराएं।’’
कोटा में चंबल ‘रिवरफ्रंट’ में धातु का एक भारी घंटा लटकाने के दौरान रविवार को हुए हादसे में अभियंता देवेंद्र आर्य और उनके सहायक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई थी।
अभियंता आर्य के बेटे धनंजय आर्य ने शहरी विकास और आवास मंत्री एवं स्थानीय विधायक शांति धारीवाल और मुख्य वास्तुकार अनूप बरतारिया पर 27 ढलाई सांचों से निर्धारित समयसीमा से पहले घंटा निकालने के लिए दबाव बढ़ाने का आरोप लगाया था।
चंबल रिवरफ्रंट में वन्यजीव और पर्यावरण मानदंडों के उल्लंघन के संबंध में धारीवाल ने दावा किया कि किसी भी मानदंड का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है क्योंकि क्षेत्र को वन्यजीव विभाग से किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं है।
धारीवाल ने कोटा में हवाई अड्डे के निर्माण में देरी के लिए भी प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना की।
उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र ने हवाई अड्डे के निर्माण में बाधाएं खड़ी कीं और कोई धन आवंटित नहीं किया।