जरुरी जानकारी | आरआईएनएल को संपत्ति मौद्रीकरण से 3000-4000 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद

कोलकाता, 14 नवंबर सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (आरआईएनएल) ने मंगलवार को कहा कि वह अपने फोर्ज्ड व्हील संयंत्र और जमीन के टुकड़ों को बाजार में चढ़ाकर (मौद्रीकरण) 3000 से 4000 करोड़ रुपये जुटा सकती है।
कंपनी ने साथ ही कहा कि वह दक्षता उपायों से उत्पादन बढ़ाने और घाटे से उबरने में सक्षम होगी।
चूंकि आरआईएनएल का विनिवेश होना है, इसलिए मौद्रीकरण की प्रक्रिया को निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) आगे बढ़ा रहा है।
आरआईएनएल (विजाग स्टील) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अतुल भट्ट ने कहा, ‘‘अगर हम विजाग में रेलवे व्हील संयंत्र और भूखंड के मौद्रीकरण से 3000-4000 करोड़ रुपये जुटा सकें, तो इससे हमें कर्ज में कमी लाने और कार्यशील पूंजी में मदद मिलेगी।’’ उन्होंने इस्पात सम्मेलन एवं पुरस्कार समारोह के मौके पर यह बात कही।
आरआईएनएल ने व्हील संयंत्र में 2,000 करोड़ रुपये का निवेश किया था।
भट्ट ने कहा, ‘‘यदि मौद्रीकरण चालू वित्त वर्ष तक होता है, तो इससे आरआईएनएल को मौजूदा परिचालन दक्षता परियोजनाओं के साथ उत्पादन बढ़ाकर मुनाफे में वापस आने में मदद मिलेगी।’’
आरआईएनएल को 2022-23 में लगभग 3,000 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। इसकी स्थापित क्षमता 73 लाख टन है और इस समय उत्पादन लगभग 55 लाख टन है।
उन्होंने कंपनी को हो रहे नुकसान के लिए वैश्विक मंदी, इस्पात पर निर्यात कर और ‘कैप्टिव’ कच्चे माल की कमी को जिम्मेदार ठहराया।
भट्ट ने कहा कि खुले बाजार से लौह अयस्क खरीदने और लगभग 23,000 करोड़ रुपये के अस्थिर ऋण के कारण हमें प्रति टन 6,000 रुपये का नुकसान होता है।
उन्होंने कहा कि मौद्रीकरण योजना से कर्ज कम करने और कार्यशील पूंजी की स्थिति बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

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