देश की खबरें | एसजीपीसी प्रतिनिधिमंडल ने पंजाब के राज्यपाल से मुलाकात की, नौ सिख कैदियों की रिहाई की मांग की

चंडीगढ़, 16 नवंबर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के एक प्रतिनिधिमंडल ने नौ सिख कैदियों की रिहाई की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को यहां पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की।
शीर्ष गुरुद्वारा निकाय ने दावा किया कि जेल की सजा पूरी करने के बावजूद नौ सिख कैदी विभिन्न जेलों में बंद हैं।
एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को ‘‘बंदी सिखों’’ की रिहाई के लिए हस्ताक्षर अभियान के तहत लोगों द्वारा भरे गए 26 लाख दस्तावेजों का विवरण भी सौंपा।
एसजीपीसी सिख कैदियों की रिहाई की मांग कर रही है, जिनमें पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या मामले में दोषी बलवंत सिंह राजोआना और 1993 के दिल्ली बम विस्फोट के दोषी देविंदरपाल सिंह भुल्लर भी शामिल हैं।
राजोआना और भुल्लर के अलावा एसजीपीसी गुरदीप सिंह खेड़ा, जगतार सिंह हवारा, लखविंदर सिंह लक्खा, गुरमीत सिंह, शमशेर सिंह, परमजीत सिंह भियोरा और जगतार सिंह तारा की रिहाई की भी मांग कर रही है।
खेड़ा भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 और टाडा अधिनियम सहित कई धाराओं के तहत दर्ज मामले में 30 साल से अधिक समय से आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। उसे 2015 में कर्नाटक की एक जेल से अमृतसर जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था।
हवारा, बेअंत सिंह की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। लाखा, गुरमीत और शमशेर भी इसी मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं।

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