देश की खबरें | स्टालिन ने संगीत विवि का कुलाधिपति नामित करने को लेकर दिवंगत जयललिता की प्रशंसा की

चेन्नई, 21 नवंबर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने वर्तमान मुख्यमंत्री को राजकीय संगीत एवं ललित कला विश्वविद्यालय का कुलाधिपति नामित करने को लेकर मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत जे जयललिता की प्रशंसा की।
स्टालिन तमिलनाडु डॉ जे जयललिता संगीत एवं ललित कला विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह देश में संगीत के लिए स्थापित एकमात्र विश्वविद्यालय है और यह इसकी अनोखी विशेषता है।
उन्होंने कहा कि केवल तमिलनाडु के इस राजकीय विश्वविद्यालय में मुख्यमंत्री पदेन कुलाधिपति होते हैं और यह विशेषता इसे अन्य संस्थानों से अलग बनाती है।
राज्य सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित इस विश्वविद्यालय की स्थापना 2013 में की गई थी जब जयललिता मुख्यमंत्री थीं। वह विश्वविद्यालय की पहली कुलाधिपति भी थीं। उनकी मृत्यु के तीन साल बाद, 2019 में तत्कालीन अन्नाद्रमुक सरकार ने इसका नामकरण जयललिता के नाम पर किया था।
स्टालिन ने कहा कि वह “राजनीति की बात नहीं कर रहे हैं” बल्कि “एक तथ्य को सामने ला रहे हैं।” उन्होंने कहा कि कोई संस्था तभी विकसित हो सकती है जब मुख्यमंत्री कुलाधिपति के रूप में कार्य करें। उनकी टिप्पणी से ऐसा प्रतीत होता है कि वह पदेन राज्यपाल के विश्वविद्यालयों का कुलाधिपति होने की स्थिति को लेकर विरोध जता रहे थे।
स्टालिन ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री जयललिता ने इस पर विचार किया और निर्णय लिया कि वर्तमान मुख्यमंत्री संगीत विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होंगे और तदनुसार इसे क्रियान्वित किया।
उन्होंने कहा, “हम इसके लिए उनकी (जयललिता की) तहे दिल से सराहना कर सकते हैं। मौजूदा स्थिति को देखते हुए, मैं भी उनकी दिल से सराहना करता हूं।”
दीक्षांत समारोह में, प्रतिष्ठित पार्श्व गायिका पी सुशीला और मशहूर संगीत इतिहासकार बीएम सुंदरम को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की गई।

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