जमशेदपुर, 23 नवंबर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा है कि माता-पिता के लिए अपने बच्चों के साथ बातचीत करना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे परिवार को मजबूत बनाने में मदद मिलती है।
उन्होंने जमशेदरपुर में बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी परीक्षाओं से पहले बच्चों में तनाव कम करने के लिए ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के माध्यम से उनसे बातचीत करने की पहल की।
कानूनगो ने कहा कि सोशल मीडिया के युग में एक पिता को अपने बेटे के दोस्तों के बारे में नहीं पता और ना ही बेटा अपने पिता के मित्रों के बारे में जानता है।
उन्होंने कहा, ‘‘बच्चे अपने पिता से बात करने के लिए तरसते हैं और इसकी कमी ने परिवारों को कमजोर कर दिया है।’’
उन्होंने कहा कि बच्चों एवं माता-पिता के बीच बातचीत जरूरी है।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा करने पर हमारे परिवारिक रिश्तों में मजबूती आएगी।’’
एनसीपीसीआर के प्रमुख कानूनगो ने माता-पिता से आग्रह किया कि वे सोशल मीडिया पर अपने बच्चों के दोस्तों पर नजर रखें, ताकि उन्हें साइबर अपराधियों से बचाया जा सके।
उन्होंने विधायक सरयू राय द्वारा संचालित स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास न्यास द्वारा जमशेदपुर में आयोजित ‘बाल मेला’ में यह कहा।
राय ने कहा कि भारत में बाल अधिकारों की रक्षा के लिए पर्याप्त कानून हैं और उन्होंने उनके उचित कार्यान्वयन की आवश्यकता पर जोर दिया।
झारखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष काजल यादव ने कहा कि ऐसे मेले बच्चों के लिए फायदेमंद होते हैं क्योंकि इनसे उन्हें अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों का पता चलता है।