नयी दिल्ली, 22 नवंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और निर्दोषों, खासकर बच्चों और महिलाओं की हत्याएं स्वीकार्य नहीं हैं।
मोदी ने जी20 डिजिटल शिखर सम्मेलन में इजराइल-हमास संघर्ष के संदर्भ में अपने समापन वक्तव्य में ये टिप्पणी कीं।
उन्होंने कहा कि अन्य नेताओं के विचार सुनने के बाद उनका मानना है कि इस सहित बिंदु समेत कई बिंदुओं पर सहमति है।
जी20 में जिन बिंदुओं पर सहमति बनी है उन्हें सूचीबद्ध करते हुए मोदी ने यह भी कहा कि इजरायल-फलस्तीन मुद्दे के स्थायी हल के लिए दो-राष्ट्र समाधान आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि ऐसे क्षेत्रीय और राजनीतिक संकट को दूर करने के लिए कूटनीति और बातचीत ही एकमात्र रास्ता है।
उन्होंने पश्चिम एशिया में क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की बहाली का आह्वान करते हुए कहा, “हम सभी आतंकवाद और हिंसा की निंदा करते हैं।” गाजा में मानवीय संकट का स्पष्ट रूप से जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वहां तक शीघ्र और सुरक्षित रूप से मानवीय सहायता पहुंचनी चाहिए। उन्होंने इजराइली बंधकों की रिहाई की खबर का स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि जी20 हर संभव मदद देने के लिए तैयार है।
प्रधानमंत्री ने विश्वास जताया कि जी20 वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए “वसुधैव कुटुंबकम” की भावना के साथ एकजुट होकर काम करेगा।
उन्होंने कहा, ”यह ग्लोबल साउथ की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए काम करना जारी रखेगा।”
मोदी ने उम्मीद जताई कि जी20 बहुपक्षीय विकास बैंकों और वैश्विक प्रशासन में सुधार के मुद्दे पर आगे बढ़ेगा।
उन्होंने ब्राजील की अध्यक्षता में जी20 के संभावित एजेंडे के संदर्भ में कहा कि ऋण पुनर्गठन के लिए पारदर्शी कदम उठाए जाएंगे।