पणजी, 23 नवंबर फिल्म निर्देशक शिव रवैल का कहना है कि वह चाहते थे कि उनकी वेब सीरीज ‘द रेलवे मैन’ देखकर दर्शक उम्मीद का अनुभव करें। रवैल की यह वेब सीरीज 1984 की भोपाल गैस त्रासदी की पृष्ठभूमि पर आधारित है, जिसे ‘‘भारत के आधुनिक इतिहास में सर्वाधिक भयावह रात’’ कहा जाता है।
शिव रवैल ने इस वेब शृंखला के जरिए अपनी निर्देशकीय पारी की शुरुआत की। यह 18 नवंबर से ओटीटी मंच नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है। वेब सीरीज में के के मेनन, आर. माधवन, बाबिल खान और दिव्येंदु मुख्य भूमिकाओं में हैं।
यहां बुधवार को अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) में एक सत्र के दौरान निर्देशक ने कहा कि शो की खूबसूरती यह है कि इसने उस सोच को सामने रखा है कि अंधेरी सुरंग के बाद रोशनी की उम्मीद होती है।
जाने माने फिल्मकार राहुल रवैल के बेटे शिव ने कहा, ‘‘आप हमेशा अपनी आंखों में आशा, सम्मान, थोड़ी सी खुशी की भावना चाहते हैं और आपने जो देखा है उसके बारे में अच्छा महसूस करना चाहते हैं। मैं समझता हूं कि कहानी भले ही त्रासदी की हो लेकिन आप अगर भारत के इतिहास की उस काली रात की कहानी को उम्मीदों, साहस के चश्मे से दिखाते हैं तो मानवता हमेशा बरकरार रहेगी और अंधकार के बाद रोशनी की किरण दिखेगी। हमने सोचा यह बेहद रोचक बात है।’’
निर्देशक ने कहा कि चार कड़ियों की इस शृंखला को दर्शकों से मिले प्यार से वह अभिभूत हैं।
‘द रेलवे मैन’ मुख्य रूप से भारतीय रेलवे के कर्मचारियों पर केंद्रित है जिन्होंने मध्य प्रदेश के भोपाल में दो-तीन दिसंबर, 1984 की दुर्भाग्यपूर्ण रात को यूनियन कार्बाइड के संयंत्र से अत्यधिक मात्रा में जहरीली गैस के रिसाव के दौरान कई लोगों की जान बचाई थी।