जरुरी जानकारी | ब्रिटेन ने भारत से एफटीए के तहत कृषि क्षेत्र के जीआई उत्पादों पर उच्च सुरक्षा मांगी

नयी दिल्ली, 19 नवंबर भारत के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) में ब्रिटेन की कृषि क्षेत्र से संबंधित अपने भौगोलिक संकेत (जीआई) उत्पादों के लिए उच्च स्तर की सुरक्षा की मांग पर अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है। एक अधिकारी ने कहा कि मतभेदों को दूर करने के लिए समझौते पर बातचीत जारी है।
ब्रिटेन के जीआई उत्पादों में स्कॉच व्हिस्की, स्टिल्टन चीज़ और शेडर चीज़ शामिल हैं।
जीआई उत्पाद मुख्य रूप से एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र से पैदा होने वाले कृषि, प्राकृतिक या निर्मित उत्पाद (हस्तशिल्प और औद्योगिक सामान) होते हैं। आमतौर पर जीआई पहचान उत्पाद की गुणवत्ता और विशिष्टता का भरोसा देता है।
एक बार जब किसी उत्पाद को जीआई पहचान मिल जाती है तो कोई भी व्यक्ति या कंपनी उस नाम से उस वस्तु को नहीं बेच सकती है।
नाम गोपनीय रखने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा कि भारत आमतौर पर जीआई नियमों के उल्लंघन के लिए सामान्य सुरक्षा प्रदान करता है, लेकिन ब्रिटेन अपने कृषि जीआई उत्पादों के लिए उच्च स्तर की सुरक्षा की मांग कर रहा है।
उन्होंने कहा, “दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है। बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) खंड में कुछ मुद्दे लंबित हैं।”
विशेषज्ञों के अनुसार, विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के तहत बौद्धिक संपदा अधिकारों के व्यापार-संबंधित पहलू (ट्रिप्स) जीआई के लिए सुरक्षा के ऊंचे स्तर की रूपरेखा तैयार करते हैं।
यदि उत्पाद वास्तव में निर्दिष्ट क्षेत्र से उत्पन्न नहीं हुआ है तो यह बढ़ी हुई सुरक्षा जीआई के उपयोग पर रोक लगाती है, भले ही जनता को गुमराह किया गया हो या वास्तविक उत्पत्ति निर्दिष्ट की गई हो। यह सभी परिस्थितियों में जीआई की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

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