बड़वानी (मप्र), 10 नवंबर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी ने धनबल का इस्तेमाल कर मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार को गिरा दिया था।
वर्ष 2018 में विधानसभा चुनावों के बाद सत्ता में आई कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रति वफादार कई विधायकों के विद्रोह के बाद गिर गई थी।
बागी विधायक भाजपा में शामिल में हो गए, जिससे मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान की वापसी का मार्ग प्रशस्त हो गया।
बड़वानी के राजपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘‘हमने पिछले विधानसभा चुनाव में कृषि ऋण माफ करने का वादा किया था। हमने 25 लाख किसानों का कर्ज माफ किया लेकिन भाजपा और उनके बड़े उद्योगपति मित्रों ने विधायकों को पैसा देकर आपकी सरकार छीन ली।’’
भाजपा की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल आदिवासियों को ‘वनवासी’ कहता है, जबकि सही शब्द आदिवासी या मूल निवासी है, जिसका उपयोग कांग्रेस करती है।
गांधी ने दावा किया कि जंगल सिकुड़ रहे हैं और 15 साल बाद भाजपा ‘वनवासियों’ को शहरों में जाकर भीख मांगने के लिए कहेगी।
सीधी मामले का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया, ‘‘क्या आपने किसी भाजपा नेता को किसी जानवर पर पेशाब करते देखा है? लेकिन एक भाजपा नेता ने एक आदिवासी व्यक्ति के चेहरे पर पेशाब किया, वीडियो बनाया और उसे वायरल कर दिया। वे बेशर्म हैं। इस वीडियो में उनकी सोच छिपी हुई है।’’
गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस चाहती है कि आदिवासी समुदाय के बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, वकील और उद्योगपति बनें, वहीं भाजपा उन्हें अंग्रेजी शिक्षा से दूर रखना चाहती है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नौकरियों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘भाजपा नेता चाहते हैं कि उनके बेटे और बेटियां अंग्रेजी पढ़ें, लेकिन वे चाहते हैं कि आदिवासी इससे दूर रहें।’’
उन्होंने कहा कि मप्र में सत्ता में आने के बाद कांग्रेस जाति जनगणना कराएगी ताकि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति की सही संख्या पता चल सके और उसके अनुसार लाभ दिया जा सके।
मप्र में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होंगे, जबकि वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।