देश की खबरें | भाजपा के लोगों ने जनता को आतिशबाजी के लिए उकसाया : दिल्ली के मंत्री गोपाल राय

नयी दिल्ली, 13 नवंबर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े लोगों ने आम जनता को दिवाली पर आतिशबाजी के लिए उकसाया, जिससे राष्ट्रीय राजधानी के वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में रातोंरात 100 अंक से अधिक की वृद्धि हो गई।
उन्होंने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि दिल्ली में आतिशबाजी के लिए पटाखे उत्तर प्रदेश और हरियाणा से लाये गये थे और इन राज्यों की पुलिस सहित कुछ लोगों ने पटाखों को राजधानी में ले जाने की अनुमति दी।
राय ने कहा, ‘‘अगर इन राज्यों ने पटाखों पर प्रतिबंध लागू किया होता और उनकी पुलिस ने भी अपना कर्तव्य सही से निभाया होता, तो दिल्ली को परेशानी नहीं होती।’’
उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र की वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना के चौथे चरण के तहत दिल्ली में निर्माण कार्य और प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध सहित उठाये गये कड़े कदम अगले आदेश तक लागू रहेंगे।
राय ने कहा कि दिल्ली सरकार ने धूल प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए अपने अभियान को 30 नवंबर तक बढ़ाने और 14 नवंबर से खुले में कचरा जलाने के खिलाफ एक महीने का अभियान शुरू करने का फैसला किया है।
मंत्री ने बताया कि मौसम से जुड़ी स्थिति के बिगड़ने का पूर्वानुमान जताने वाले विशेषज्ञों के सुझावों के आधार पर ये कदम उठाए गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले तीन से चार दिनों में प्रदूषक हवा में फैल सकते हैं।
राय ने यह भी कहा कि ‘सम-विषम’ कार योजना के कार्यान्वयन पर तभी निर्णय लिया जाएगा जब हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर से ऊपर’ श्रेणी (एक्यूआई 450 से ऊपर) तक पहुंच जाएगी।
दिल्ली में प्रदूषण स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गई और दिल्ली में प्रतिबंध के बावजूद आतिशबाजी किये जाने से सोमवार सुबह धुंध छाई रही।
राय ने कहा, ‘‘भाजपा से जुड़े लोगों ने आम जनता को आतिशबाजी के लिए उकसाया, जिससे प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। दिल्ली का एक्यूआई रातोंरात 100 अंक से अधिक बढ़ गया।’’
पिछले तीन वर्ष की तरह, दिल्ली सरकार ने सितंबर में शहर में पटाखों के निर्माण, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध की घोषणा की थी।
शहर में रविवार को दिवाली के दिन आठ वर्षों में सबसे बेहतर वायु गुणवत्ता दर्ज किया गया था। इस दौरान 24 घंटे का औसत वायु एक्यूआई अपराह्न चार बजे 218 दर्ज किया गया था।
हालांकि, रविवार देर रात तक आतिशबाजी होने से कम तापमान के बीच प्रदूषण के स्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई।
सुबह सात बजे जहां एक्यूआई 275 (खराब श्रेणी) पर था दोपहर 12 बजे यह 322 पर पहुंच गया। आयानगर (382), केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान के समीप (393) और पूसा (391) सहित कुछ क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी (एक्यूआई 400 और 450 के बीच) के करीब पहुंच गया।
इन क्षेत्रों में पीएम2.5 (सूक्ष्म कण जो सांस लेने पर श्वसन तंत्र में प्रवेश कर सकते हैं और श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकते हैं) की सांद्रता 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की सुरक्षित सीमा से सात से आठ गुना अधिक रही।
आतिशबाजी से राजधानी के ओखला और जहांगीरपुरी सहित कई स्थानों पर सुबह के समय पीएम 2.5 की सांद्रता 1,000 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक रही।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *