देश की खबरें | सीबीआई ने वसूली मामले में सत्येन्द्र जैन के खिलाफ आगे बढ़ने के लिए उपराज्यपाल से मंजूरी मांगी

नयी दिल्ली, 13 नवंबर सीबीआई ने कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर समेत विभिन्न “हाई प्रोफाइल कैदियों” से कथित तौर पर करोड़ों रुपये की उगाही करने के मामले में पूर्व जेल मंत्री सत्येन्द्र जैन के खिलाफ मामला दर्ज करने के वास्ते दिल्ली के उपराज्यपाल से मंजूरी मांगी है।
जैन के खिलाफ आगे बढ़ने के लिए उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना से अनिवार्य मंजूरी मांगते हुए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आरोप लगाया है कि तत्कालीन पुलिस महानिदेशक (जेल) संदीप गोयल और तत्कालीन अतिरिक्त महानिरीक्षक (जेल) मुकेश प्रसाद, संबद्ध अधिकारियों, निजी व्यक्तियों और सहयोगियों की मिलीभगत से दिल्ली की जेलों में “उच्चस्तरीय भ्रष्टाचार और वसूली रैकेट” चलाया जा रहा था।
सीबीआई ने सक्सेना को लिखे अपने पत्र में कहा, “इन लोगों ने इसके लिए एक ‘सिंडिकेट’ के रूप में काम किया।”
इसमें कहा गया है कि उसके पास “सूत्र से मिली जानकारी” है कि जैन ने “जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर से 2018-21 के दौरान विभिन्न किस्तों में खुद या अपने साथियों के माध्यम से संरक्षण राशि के रूप में 10 करोड़ रुपये की कथित तौर पर उगाही की “, ताकि कथित ठग को जेल में आरामदायक जीवन उपलब्ध कराया जा सके।
चंद्रशेखर धनशोधन और कई लोगों को धोखा देने के आरोप में यहां एक जेल में बंद है।
सीबीआई के अनुसार, “गोयल और मुकेश प्रसाद ने भी जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर से 12.50 करोड़ रुपये की उगाही की। यह रकम उन्होंने 2019-22 के दौरान विभिन्न किस्तों में खुद या अपने सहयोगियों के माध्यम से संरक्षण राशि के रूप में प्राप्त की, ताकि जेल में सुकेश आरामदायक जीवन जी सके।”
एजेंसी ने आरोप लगाया कि गोयल और प्रसाद ने “जेल में बंद अन्य ‘हाई प्रोफाइल’ कैदियों से भी संरक्षण राशि के रूप में” वसूली की, ताकि ये कैदी जेल में आराम से रह सकें।
सीबीआई ने आरोप लगाया कि जैन, गोयल, प्रसाद और कुमार ने लोकसेवकों के रूप में “अपने आधिकारिक पदों का दुरुपयोग किया” तथा “रकम के बदले” दिल्ली की जेलों में चंद्रशेखर और अन्य ‘हाई प्रोफाइल’ कैदियों को “अनुचित लाभ पहुंचाया”।
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता जैन धनशोधन के मामले में दिल्ली की जेल में बंद हैं।

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