जरुरी जानकारी | सीआईआरबी का भैंस नस्लों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नेपाल सरकार के साथ गठजोड़

हिसार (हरियाणा), सात नवंबर नेपाल में भैंस नस्लों की गुणवत्ता बढ़ाने के उद्देश्य से केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (सीआईआरबी) ने इस पड़ोसी देश की सरकार के साथ एक सहयोगात्मक विनिमय कार्यक्रम शुरू किया है।
सीआईआरबी के अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि इस विनिमय कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नेपाल के साथ मुर्रा भैंस बैलों को साझा करने की सुविधा प्रदान करना है ताकि उनके प्रजनन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया जा सके और अंततः क्षेत्र में भैंस पालन के मानकों को ऊपर उठाया जा सके।
नेपाली प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधित्व करने वाली डॉ. समझाना और सीआईआरबी, हिसार के निदेशक डॉ. टीके दत्ता के नेतृत्व में, यह सहयोगात्मक प्रयास नेपाल में भैंसों के आनुवंशिक भंडार और उत्पादकता में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
अधिक दूध उत्पादन और मजबूत कद-काठी के लिए चर्चित मादा मुर्रा भैंस जानी भारत में डेयरी फार्मिंग का केंद्रबिंदु रही है। खासकर हिसार जैसे क्षेत्रों में, जहां सीआईआरबी ने भैंस प्रजनन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण अनुसंधान और विकास प्रयासों का नेतृत्व किया है।
दत्ता ने कहा, ‘‘यह विनिमय कार्यक्रम पशुपालन के क्षेत्र में भारत और नेपाल के बीच आपसी सहयोग में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है। हमारा संस्थान अपनी भैंस की नस्लों की गुणवत्ता को आगे बढ़ाने में नेपाल के प्रयासों का समर्थन करने के लिए अपनी विशेषज्ञता और बेहतर नस्ल के नमूनों का योगदान करने को उत्सुक है।’’

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