देश की खबरें | कांग्रेस, बीआरएस पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार को कभी तेलंगाना का मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगी: मोदी

हैदराबाद, सात नवंबर कांग्रेस और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की कथित ‘वंशवादी’ मानसिकता पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि ये पार्टियां कभी भी पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखने वाले उम्मीदवार को तेलंगाना का मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगी। उन्होंने वादा किया कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य में सत्ता में आई तो पिछड़ा वर्ग समुदाय के किसी व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाएगी।
प्रधानमंत्री 30 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यहां ‘बीसी (पिछड़ा वर्ग) आत्म गौरव सभा’ को संबोधित कर रहे थे।
भाजपा ने वादा किया कि अगर वह तेलंगाना में सत्ता में आती है तो पिछड़े वर्ग के किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाएगी।
प्रधानमंत्री ने याद करते हुए कहा कि 2013 में भी उन्होंने आज के कार्यक्रम स्थल एलबी स्टेडियम में एक जनसभा संबोधित किया था।
उन्होंने कहा,‘‘ मैं आज विश्वास से कह सकता हूं। इस मैदान से मिले आशीर्वाद ने मोदी को प्रधानमंत्री बनाया। इसी मैदान से मिलने वाले आपके आशीर्वाद से भाजपा का पहला मुख्यमंत्री, पिछड़े वर्ग से ताल्लुक रखने वाला मुख्यमंत्री यहां से होगा।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस तथा बीआरएस के डीएनए में तीन बातें समान हैं और वे हैं: वंशवादी शासन, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण।
उन्होंने कहा, ‘‘बीआरएस और कांग्रेस जो ‘वंशवादी’ (पारिवारिक राजनीति) की मानसिकता के साथ चलते हैं, वे कभी भी किसी पिछड़े वर्ग के व्यक्ति को यहां मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे। यह भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) है जो ओबीसी हितों का सबसे अधिक ख्याल रखते हैं, उन्हें सबसे अधिक प्रतिनिधित्व प्रदान करते हैं।’’
पिछले नौ वर्षों से राज्य में विकास विरोधी, पिछड़ा वर्ग विरोधी, एससी, एसटी विरोधी सरकार होने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोगों के पास 30 नवंबर को ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने का अवसर है।
उन्होंने लोगों से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि राज्य में भाजपा की सरकार बने।
राज्य आंदोलन में पिछड़े वर्गों की भूमिका का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने तेलंगाना के गठन के बाद उन्हें धोखा दिया।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस, बीआरएस की ‘‘सी’’ टीम है और दोनों का डीएनए समान है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीआरएस पार्टी कांग्रेस द्वारा पिछले सात दशक में बनाए गए वंशवादी शासन और भ्रष्टाचार के मॉडल पर ही चल रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘ बीआरएस और कांग्रेस अलग-अलग नहीं है, बल्कि दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं…।’’
मोदी ने कहा कि बीआरएस का भ्रष्टाचार दिल्ली आबकारी नीति मामले से भी जुड़ा है।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और जिन लोगों ने जनता को लूटा है, उन्हें ‘‘कीमत चुकानी पड़ेगी और यह मोदी की गारंटी है।’’

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