देश की खबरें | कांग्रेस की महाराष्ट्र सरकार से ‘डीपफेक’ से निपटने के लिए कानूनी, नियामक ढांचा तैयार करने की मांग

मुंबई, 11 नवंबर कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने मांग की है कि राज्य सरकार कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से उत्पन्न ‘डीपफेक’ से निपटने के वास्ते एक कानूनी और नियामक ढांचा तैयार करने के लिए एक समिति का गठन करे।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में, कांग्रेस की महाराष्ट्र प्रदेश इकाई के महासचिव सचिन सावंत ने कहा कि ‘डीपफेक’ की पहचान करने और उसे उजागर करने के लिए एक अलग तंत्र की आवश्यकता है।
‘डीपफेक’ का मुद्दा तब सामने आया था जब अभिनेत्री रश्मिका मंदाना का एक ऐसा वीडियो सोशल मीडिया मंच पर सामने आया था, जिसकी कई नेताओं और मशहूर हस्तियों ने आलोचना की थी।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘रश्मिका मंदाना जैसी मशहूर हस्तियों और कुछ अंतरराष्ट्रीय नेताओं को ‘डीपफेक’ मामलों का सामना करना पड़ा है और ऐसी स्थिति का सामना आम आदमी भी कर सकता है जिसका खामियाजा उसे जीवन भर उठाना पड़ सकता है।’’
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के हमले राजनीति के क्षेत्र में अराजकता उत्पन्न कर सकते हैं, जहां चर्चा पहले से ही निचले स्तर पर है। उन्होंने कहा कि अफवाहों और फर्जी खबरों के कारण कानून व्यवस्था की स्थिति को भी खतरा है।
सावंत ने अपने पोस्ट में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को टैग करते हुए उनसे हस्तक्षेप करने और एहतियाती कदम उठाने का आग्रह किया।
इस सप्ताह की शुरुआत में, केंद्र ने प्रमुख सोशल मीडिया मंचों को गलत सूचना, ‘डीपफेक’ और नियमों का उल्लंघन करने वाली अन्य सामग्री की पहचान करने और इसके बारे में सूचित किए जाने के 36 घंटे के भीतर उन्हें हटाने के लिए एक परामर्श जारी किया था।

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