देश की खबरें | हिमाचल के मुख्यमंत्री ने कारोबारी की शिकायत पर कहा- कार्रवाई से पहले तथ्यों को सत्यापित किया जा रहा

शिमला, 11 नवंबर हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को कहा कि एक कारोबारी द्वारा जान और संपत्ति को खतरा होने को लेकर की गई शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज कराने से पहले तथ्यों को सत्यापित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री का बयान हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय द्वारा मामले में राज्य पुलिस को शुक्रवार को नोटिस जारी करने के एक दिन बाद आया है। उच्च न्यायालय ने पालमपुर के एक व्यापारी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पर स्थिति रिपोर्ट तलब की।
दिल्ली से शिमला आए सुक्खू से जब हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के खिलाफ की गई शिकायत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि प्राथमिकी दर्ज करने से पहले तथ्यों के सत्यापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह कानून की सामान्य प्रक्रिया है और हम यही उत्तर उच्च न्यायालय को भी देंगे।’’
सुक्खू ने कहा, ‘‘कोई भी मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों सहित किसी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा सकता है लेकिन प्राथमिकी दर्ज करने से पहले तथ्यों की समीक्षा एवं सत्यापन करना होता है।’’उन्होंने साथ ही कहा, ‘‘कानून से ऊपर कोई नहीं है न तो मुख्यमंत्री और न ही डीजीपी।’’
शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने शुक्रवार को पुष्टि की कि अदालत से आधिकारिक रूप से पत्र मिला है जिसमें 16 नवंबर को मामले में स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का का निर्देश दिया है।
शिमला के एसपी को दी गई अपनी शिकायत में निशांत शर्मा ने हरियाणा के गुरुग्राम में उन पर 25 अगस्त को हुए कथित ‘क्रूर हमले’ की एक घटना का हवाला देते हुए दावा किया कि उनके सहयोगियों से परिवार के सदस्यों और उनकी संपत्ति को खतरा है। शर्मा का दावा है कि घटना के सीसीटीवी तस्वीरों में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पूर्व अधिकारी सहित हिमाचल प्रदेश के दो प्रभावशाली लोगों की पहचान हुई है। उन्होंने पूरे मामले की उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का ध्यान भी आकृष्ट किया है।
कारोबारी ने आरोप लगाया, ‘‘हमले के बाद मैं कांगड़ा जिले के पालमपुर आ गया, लेकिन डीजीपी ने मुझे अपने आधिकारिक नंबर से फोन किया और मुझे शिमला आने के लिए मजबूर किया और उसी दिन दो अपराधियों ने मुझे धर्मशाला के मैक्लॉडगंज में रोका और मेरे ढाई साल के बच्चे और पत्नी को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी।’’
कारोबारी ने इस मामले में डीजीपी समेत शामिल सभी लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है।
इससे पूर्व डीजीपी संजय कुंडु की शिकायत पर कारोबारी शर्मा के विरुद्ध मानहानि का मामला दर्ज किया गया था। डीजीपी ने आरोप लगाया था कि उनकी छवि को खराब करने का प्रयास किया गया।

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