नयी दिल्ली, सात नवंबर भारत को वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ जुड़ने और उभरती व्यापारिक प्रणालियों के साथ तेजी से तालमेल बिठाने की जरूरत है। नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बी वी आर सुब्रमण्यम ने मंगलवार को यह बात कही।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, नीति आयोग द्वारा ‘वृद्धि और समृद्धि के लिए समावेशी व्यापार’ विषय पर आयोजित एक कार्यशाला को संबोधित करते हुए सुब्रमण्यम ने एक गैर-भेदभावपूर्ण और समावेशी व्यापार प्रणाली की जरूरत पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि यह प्रणाली ऐसी होनी चाहिए, जो वृद्धि और समृद्धि के इंजन के रूप में व्यापार को बढ़ावा दे।
कार्यक्रम में नीति आयोग के सदस्य अरविंद विरमानी ने श्रम-गहन आपूर्ति श्रृंखलाओं, नीति निर्धारण के लिए संस्थागत कारकों और कराधान प्रणाली को मजबूत बनाने की बात कही।
विरमानी ने विभिन्न डंपिंग-रोधी मुद्दों का समाधान करने और संभावित भागीदारों के साथ मुक्त व्यापार समझौतों को बढ़ावा देने की जरूरत पर भी जोर दिया।
नीति आयोग नयी दिल्ली लीडर्स डिक्लेरेशन (एनडीएलडी) के प्रमुख एजेंडों पर कार्यशालाओं का आयोजन कर रहा है। इसका मकसद देश की वृद्धि और समृद्धि को गति देने के लिए रणनीति तैयार करना है।