फेडरल सुप्रीम कोर्ट ने एक बयान में कहा कि उसने संसद में मोहम्मद अल हलबूसी के साथ ही लैथ अल दुलैमी की सदस्यता को समाप्त करने का फैसला किया है। शीर्ष अदालत ने इसका कारण नहीं बताया।
हलबूसी इराक में सर्वोच्च सुन्नी अधिकारी हैं। देश की पंथ आधारित सत्ता साझेदारी की व्यवस्था के तहत संसद का स्पीकर हमेशा सुन्नी होता है, वहीं प्रधानमंत्री शिया और राष्ट्रपति कुर्द होता है।
हलबूसी और सुन्नी समुदाय से ही आने वाले दुलैमी के बीच विवाद की पृष्ठभूमि में अदालत का यह निर्णय आया है। दुलैमी ने हलबूसी के खिलाफ मुकदमा दायर करते हुए दावा किया था कि स्पीकर ने एक इस्तीफे पर उनके जाली दस्तखत किये थे।
नाम जाहिर नहीं किये जाने की शर्त पर इराकी संसद के दो अधिकारियों ने कहा कि अदालत के फैसले के खिलाफ अपील नहीं की जा सकती और संसद को नये स्पीकर का चुनाव करना होगा।
एक अधिकारी ने बताया कि संसद का कामकाज अब ‘फर्स्ट डिप्टी स्पीकर’ मोहसिन अल मंदालवी संभालेंगे।
हलबूसी से इस बाबत प्रतिक्रिया नहीं ली जा सकी।