देश की खबरें | कमलनाथ ने मध्य प्रदेश को कांग्रेस का एटीएम बना दिया था : शाह

भोपाल, 14 नवंबर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को आरोप लगाया कि प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ जब मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने मध्य प्रदेश को ”कांग्रेस का एटीएम” बना दिया था।
शाह 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के मऊगंज जिले के देवतालाब निर्वाचन क्षेत्र में एक रैली को संबोधित कर रहे थे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता शाह ने दावा किया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने दस वर्षों में मध्य प्रदेश को दो लाख करोड़ रुपये दिए थे, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने पिछले नौ वर्षों में राज्य को 6.35 लाख करोड़ रुपये का अनुदान दिया है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, केंद्र सरकार ने सड़कों, औद्योगिक गलियारों, रेलवे और कई अन्य परियोजनाओं के लिए पांच लाख करोड़ रुपये प्रदान किए।
शाह ने आरोप लगाया कि दूसरी ओर, कमलनाथ ने मध्य प्रदेश को कांग्रेस पार्टी का एटीएम बनाने के अलावा कुछ नहीं किया।
उन्होंने कांग्रेस पर वंशवाद की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा, “कांग्रेस मध्य प्रदेश में तीन परिवारों का राज चाहती है। कमलनाथ अपने बेटे नकुलनाथ को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं….दिग्विजय सिंह अपने बेटे जयवर्धन सिंह को स्थापित करना चाहते हैं तो सोनिया गांधी अपने बेटे राहुल बाबा को प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं।”
शाह ने सवाल किया कि जो पार्टी अपने नेताओं के बेटे-बेटियों के लिए राजनीति में हो, वह क्या जनता का भला कर सकती है?
उन्होंने कहा, “लोगों के पास दो विकल्प हैं – पहला, कांग्रेस जो अपने बेटे और बेटियों के लिए वंशवादी राजनीति, निहित स्वार्थों और भ्रष्टाचार में शामिल है, और दूसरा भाजपा जो देश की सुरक्षा सुनिश्चित करती है और इसकी समृद्धि और प्रतिष्ठा को बढ़ाती है।”
शाह ने कहा कि दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार (1993-2003 तक) ने मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य में बदल दिया था और उन दिनों कोई यह नहीं बता सकता था कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढों में सड़क है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के 18 साल के शासनकाल में मध्य प्रदेश बेमिसाल हो गया है और दोबारा सत्ता में आने पर इसे देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाया जाएगा।
शाह ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस ने काका कालेलकर रिपोर्ट और मंडल आयोग की रिपोर्ट को लागू नहीं किया, जिसमें अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण की सिफारिश की गई थी।
भाजपा नेता ने कहा, ”आपके (राहुल गांधी के) पिता राजीव गांधी ने मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू करने का विरोध किया था।”
उन्होंने कहा कि दूसरी ओर, प्रधानमंत्री मोदी ने पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया और पहली बार 27 ओबीसी मंत्रियों की नियुक्ति करके अपने मंत्रिमंडल में ओबीसी समुदाय को 35 प्रतिशत पद दिए।
दिमो

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