देश की खबरें | कर्नाटक एफडीए भर्ती घोटाले का आरोपी महाराष्ट्र भागा, जल्द होगा गिरफ्तार : मंत्री

बेंगलुरु, सात नवंबर कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी. परमेश्वर ने मंगलवार को कहा कि प्रथम श्रेणी सहायक (एफडीए) भर्ती परीक्षा घोटाले में रुद्रगौड़ा डी. पाटिल का नाम सामने आया है और वह महाराष्ट्र भाग गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वह जहां कहीं भी छिपा हो, उसे गिरफ्तार किया जाए।
कर्नाटक परीक्षा प्राधिकरण द्वारा 28 अक्टूबर को कराई गई परीक्षा में ‘ब्लूटूथ’ का इस्तेमाल कर परीक्षा देने के आरोप में कलबुर्गी और यादगिरी जिलों में करीब 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस सूत्रों ने सीसीटीवी तस्वीरों के हवाले से बताया कि सोमवार को जैसे ही पाटिल का नाम घोटाले में सामने आया, वह कलबुर्गी जिला मुख्यालय के वर्दा नगर स्थित महालक्ष्मी अपार्टमेंट की सुरक्षा दीवार फांद कर फरार हो गया।
पाटिल पुलिस उपनिरीक्षक भर्ती घोटाले में भी आरोपी है। उक्त मामले में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अमृत पॉल को गिरफ्तार किया गया था और करीब 15 महीने जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत मिली थी।
परमेश्वर ने कहा, ‘‘हमने पहले ही पुलिस को सतर्क कर दिया है। हमने पुलिस को आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। हमें सूचना मिली है कि वह भागकर महाराष्ट्र चला गया है। उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा, यह बड़ी बात नहीं है। वह कुछ दिन ही फरार रह सकता है।’’
मंत्री ने चेतावनी दी कि जिन्होंने पाटिल को फरार होने में मदद की उन्हें पुलिस कार्रवाई का सामना करना होगा। उन्होंने दोहराया कि आरोपी को कानून के समक्ष लाया जाएगा।
कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी एवं जैव प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियंक खरगे ने कहा कि आरोपी के प्रति रहम करने का सवाल ही नहीं। खरगे कलबुर्गी के विधायक भी हैं।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक और पार्टी की कर्नाटक इकाई के उपाध्यक्ष वी. वाई. विजयेंद्र ने आरोप लगाया कि पाटिल को फरार होने में मंत्री और विधायक ने मदद की।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘पूरी कांग्रेस पार्टी आरोपी का समर्थन कर रही है। आर. डी. पाटिल कोई सामान्य व्यक्ति नहीं हैं। उसका संपर्क सत्तारूढ़ कांग्रेस के बड़े नेता से है और उसी के सहयोग से वह भागा।’’

 

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