बेंगलुरू, 11 नवंबर श्रीलंका के एंजेलो मैथ्यूज को बांग्लादेश के खिलाफ विश्व कप मैच में टाइम आउट दिए जाने के बाद क्रिकेट में खेल भावना को लेकर फिर से बहस छिड़ गई है तथा भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने शनिवार को कहा कि अगर कोई खिलाड़ी चाहता है तो उसे खेल के नियमों का पालन करने की अनुमति दी जानी चाहिए।
मैथ्यूज अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ‘टाइम आउट’ होने वाले पहले बल्लेबाज बने जब बांग्लादेश के खिलाफ मैच में वह समय सीमा के भीतर स्ट्राइक लेने से चूक गए। इसे लेकर काफी विवाद पैदा हुआ। मैथ्यूज को बाद में पता चला कि उनके हेलमेट का स्ट्रेप टूटा है और उन्होंने नया हेलमेट मंगवाया। इस विलंब पर बांग्लादेश ने अपील की और अंपायरों ने टाइम आउट करार दिया।
द्रविड़ ने कहा,‘‘हर किसी की अपनी सोच होती है। हम विशिष्ट प्राणी हैं और हमारा स्वयं का दिमाग और विचार हैं। वास्तव में कोई सही या गलत नहीं होता। इस तरह का मतभेद होना अच्छा है।’’
उन्होंने कहा,‘‘अगर कोई नियमों का पालन करना चाहता है तो मुझे नहीं लगता कि उसको लेकर किसी को शिकायत होनी चाहिए क्योंकि ईमानदारी से कहूं तो वह केवल नियमों का पालन कर रहा है जैसा कि हमने देखा। आप हो सकता है कि ऐसा नहीं करें, लेकिन नियमों का पालन करने के लिए आप किसी को दोषी नहीं ठहरा सकते हैं।’’
नीदरलैंड के खिलाफ रविवार को होने वाले मैच के बारे में द्रविड़ ने कहा कि टीम अंतिम एकादश या परिस्थितियों जैसे कारकों के बजाय केवल मैच पर ध्यान दे रही है।
उन्होंने कहा,‘‘हमें छह दिन के विश्राम का समय मिला, इसलिए खिलाड़ी अच्छी स्थिति में है। इस स्तर पर उन खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक रूप से सर्वश्रेष्ठ स्थिति में रखना होता है जिनके बारे में आप सोचते हैं कि वे अंतिम एकादश में शामिल होंगे ताकि वे सेमीफाइनल और फाइनल में खेल सकें।’’