जरुरी जानकारी | टॉरेंट फार्मा ने यकृत संबंधी रोग की दवा के लिए जायडस के साथ समझौता किया

नयी दिल्ली, 10 नवंबर टॉरेंट समूह की प्रमुख कंपनी टॉरेंट फार्मास्यूटिकल्स ने गैर-अल्कोहल ‘स्टीटो हेपेटाइटिस’ (एनएएसएच) और गैर-अल्कोहल ‘फैटी लिवर’ रोग (एनएएफएलडी) के इलाज के लिए एक उत्पाद के सह-विपणन के लिए जायडस लाइफसाइंसेज के साथ समझौता किया है। कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
समझौते के तहत, दोनों कंपनियां देश में सरोग्लिटाजर एमजी का मिलकर विपणन करेंगी।
टॉरेंट ने एक बयान में कहा कि समझौते के तहत टॉरेंट के पास वोरक्सार ब्रांड नाम के तहत भारत में उत्पाद के सह-विपणन का अधिकार होगा।
जायडस ने दवा को लिपाग्लिन और बाइलिप्सा ब्रांड नाम से बाजार में उतारा है और वह उनका विपणन करना जारी रखेगी।
देश में एनएएसएच और एनएएफएलडी के लिए एकमात्र अनुमोदित दवा के रूप में सारोग्लिटाजर एमजी इन प्रगतिशील और प्रचलित लीवर से जुड़े विकारों को ठीक करने और कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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