विदेश की खबरें | अमेरिका, दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के परमाणु खतरे का मुकाबला करने की योजना मजबूत की

सियोल, 13 नवंबर अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल खतरे का और प्रभावी तरीके से मुकाबला करने के लिए सोमवार को अपने द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते को अद्यतन किया।
यह कदम सियोल में उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता के बाद उठाया गया है। वार्ता में साझेदारों ने जापान के साथ त्रिपक्षीय युद्धाभ्यास और उत्तर कोरिया के मिसाइल प्रक्षेपण के संबंध में सूचना साझा करने की व्यवस्था में सुधार को लेकर चर्चा की।
अमेरिका के रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन दक्षिण कोरिया के रक्षामंत्री शिन वोन सिक सहित अन्य सैन्य अधिकारियों से वार्षिक वार्ता के लिए इस समय सियोल में है। यह वार्ता उत्तर कोरिया के खिलाफ परमाणु रक्षा प्रणाली को मजबूत करने के मुद्दे पर केंद्रित थी। ऑस्टिन ने कहा कि उन्होंने यह भी चर्चा की कि कैसे साझेदार यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध और चीन की क्षेत्र में बढ़ती आक्रमता सहित भू राजनीतिक के मुद्दों पर समन्वय कर सकते हैं।
उत्तर कोरिया द्वारा हथियारों के परीक्षण और दक्षिण कोरिया द्वारा अमेरिका के साथ युद्धाभ्यास को लेकर दोनों कोरिया के बीच तनाव चरम पर है।
सुरक्षा परामर्श बैठक के दौरान ऑस्टिन और शिन ने दोनों देशों के बीच ‘प्रतिरोध रणनीति समझौते ’के नए संस्करण पर हस्ताक्षर किए। एक दशक में पहली बार है कि जब उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम की वजह से बढ़ते खतरे के मद्देनजर इस समझौते में संशोधन किया गया है।
शिन ने कहा कि नए दस्तावेज के मुताबिक उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु हमला करने की स्थिति में अमेरिका दक्षिण कोरिया की रक्षा करने के लिए परमाणु हथियार सहित पूर्ण सैन्य क्षमता का इस्तेमाल करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि दस्तावेज सहयोगियों को यह रणनीति बनाने की रूपरेखा देगा कि कैसे दक्षिण कोरिया अपनी पारंपरिक क्षमताओं के साथ अमेरिकी परमाणु अभियानों में सहायता कर सकता है, लेकिन उन्होंने इसके बारे में विस्तार से नहीं बताया।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *