खेल की खबरें | उपराष्ट्रपति ने सरकार और कंपनियों से कहा, खेलों को अपनाएं और खिलाड़ियों का समर्थन करें

पणजी, नौ नवंबर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को कहा कि सरकारों के साथ-साथ सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कंपनियों को भी खिलाड़ियों को अपनाना चाहिए और उनका समर्थन करना चाहिए तथा ऐसा कदम देश के साथ बहुत बड़ा न्याय करेगा।
वह यहां 26 अक्टूबर से चल रहे राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह में बोल रहे थे।
धनखड़ ने कहा, ‘‘मैं सरकारों और सार्वजनिक तथा निजी क्षेत्र की कंपनियों से कहना चाहता हूं कि वे खेलों को अपनाएं, खिलाड़ियों को समर्थन दें। इससे देश के साथ बड़ा न्याय होगा। हमारे खिलाड़ियों को मौका मिले और वे आगे बढ़ें।’’
राष्ट्रीय खेलों में पारंपरिक खेलों को शामिल करने के लिए आयोजकों की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि ऐसे खेलों को जल्द ही ओलंपिक में भी जगह मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘गोवा ने पैमाने और जरूरत के मामले में भारतीय ओलंपिक का आयोजन किया है। मैं आज अपना दिल यहां छोड़ रहा हूं। मैं गोवा की जलवायु, गोवा के मानव संसाधन और गोवा प्रशासन की प्रतिभा से बहुत प्रभावित हूं।’’
धनखड़ ने कहा कि अगर बच्चे खेल रहे हैं तो पहले उनके माता-पिता चिंतित रहते थे लेकिन अब खेल अब ‘मानव प्रतिभा के प्रदर्शन के महत्वपूर्ण माध्यम’ में से एक बन गए हैं और ‘‘भू-राजनीति पर भी प्रभाव डालते हैं क्योंकि हम कई देशों के नाम उनके खिलाड़ियों के कारण जानते हैं।’’
उन्होंने कहा कि नेतृत्व मजबूत होने पर बदलाव आते हैं, धनखड़ ने कहा, “यह वह नेतृत्व है जब हमारे प्रधानमंत्री तोक्यो ओलंपिक में हार के बाद हमारी महिला हॉकी टीम से कहते हैं कि उन्होंने अच्छा काम किया है और आगे भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह ऐसा नेतृत्व है जो साथ देना जानता है।’’
उन्होंने दावा किया कि 2030 तक भारत दुनिया की मौजूदा पांचवें स्थान से तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

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