देश की खबरें | पश्चिम बंगाल : फंदे से लटका मिला भाजपा कार्यकर्ता का शव, सीबीआई जांच की मांग

कोलकाता, आठ नवंबर पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यकर्ता का शव फंदे से लटका मिला। भाजपा ने इसके पीछे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का हाथ होने का आरोप लगाते हुए मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग की।
तृणमूल कांग्रेस ने हालांकि पार्टी पर लगे आरोपों को खारिज करते हुए इसे ‘आधारहीन’ करार दिया। पार्टी ने जोर देकर कहा कि पुलिस जांच के नतीजों का इंतजार करना चाहिए।
मृतक भाजपा कार्यकर्ता की पहचान सुभदीप मिश्रा के तौर पर की गई है और उसका शव बांकुड़ा जिले के निधिरामपुर गांव में पेड़ से लटका मिला। उसके हाथ बंधे हुए थे। स्थानीय पुलिस जब शव को लेने पहुंची तब स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘हमने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की सभी कोण से जांच की जा रही है।’’
पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि तृणमूल समर्थकों ने मिश्रा की हत्या की है।
मिश्रा को इलाके में लोग दीपू के नाम से जानते थे।
अधिकारी ने आरोप लगाया, ‘‘ तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने मिश्रा की हत्या कर उनके हाथ बांध शव को पेड़ से लटका दिया। वह 2023 के पंचायत चुनाव में निधिरामपुर से भाजपा के प्रत्याशी थे। वह भ्रष्टाचार के खिलाफ मुखर थे और उनकी लोकप्रियता बढ़ रही थी। यही कारण है कि तृणमूल ने उन्हें निशाना बनाया।’’
पुलिस जांच में पक्षपात की आशंका जताते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘‘मैं सीबीआई जांच की मांग करता हूं क्योंकि पुलिस सबूतों से छेड़छाड़ कर सकती है और अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए तृणमूल कंग्रेस से जुड़े दोषियों को बचा सकती है।’’
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी अधिकारी की चिंता को साझा करते हुए इसे ‘‘ तृणमूल कांग्रेस के गुंडों द्वारा की गई हत्या’ करार दिया और सीबीआई जांच की मांग दोहराई।
भाजपा नेताओं के आरोप का जवाब देते हुए तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को आधारहीन करार दिया।
तृणमूल की वरिष्ठ नेता और मंत्री शशि पांजा ने कहा, ‘‘स्थानीय लोगों और परिवार के सदस्यों ने मौत की वजह को लेकर निजी कारण की ओर संकेत किया है। लेकिन लगता है कि भाजपा की रुचि राजनीति करने की है। भाजपा के दावों में तथ्य नहीं है। हमें पुलिस को जांच करने देना चाहिए।’’
इससे पहले 2018 के पंचायत चुनाव के बाद पुरुलिया से भाजपा के तीन कार्यकर्ताओं के शव फंदे से लटकते मिले थे।

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