रतलाम (मध्यप्रदेश), 14 नवंबर कांग्रेस नेताओं को भेष बदलने में माहिर करार देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को कहा कि ये नेता आजकल भगवान राम का नाम लेने लगे हैं और जनता को कथित रूप से दोहरे चरित्र वाले इन सियासतदानों से बचकर रहने की जरूरत है।
नड्डा ने ऐसे वक्त यह बात कही, जब मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के प्रचार अभियान के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर बन रहे मंदिर का श्रेय अपनी पार्टी को देते देखा जा रहा है ।
भाजपा प्रमुख ने रतलाम जिले के आलोट विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की चुनावी सभा में कहा कि कांग्रेस नेता भेष बदलने में माहिर हैं और जनता को दोहरे चरित्र वाले इन नेताओं से बचकर रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘आजकल ये लोग (कांग्रेस नेता) भगवान राम का भी नाम लेने लगे हैं…..ये वे ही लोग हैं जो कभी कहते थे कि राम एक काल्पनिक चरित्र हैं और उनके अस्तित्व का कोई वैज्ञानिक और ऐतिहासिक आधार नहीं है।’’
भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस नेताओं को ‘‘नये-नये रामभक्त’’ बताते हुए दावा किया कि इन नेताओं को यह भी पता नहीं है कि भगवान राम कितने वर्ष के लिए वनवास गए थे।
नड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने देश को शासन का ‘‘लापता मॉडल’’ दिया है जिसमें बिजली, सड़क और विकास के साथ ही लोगों को आवास और पेयजल प्रदान करने की योजनाएं लापता रहती हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई वाली पिछली कांग्रेस सरकार ने शिवराज सिंह चौहान नीत भाजपा सरकार की कई जनहितैषी योजनाएं बंद कर दी थीं और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना समेत केंद्र के अलग-अलग कार्यक्रमों का कार्यान्वयन रोक दिया था।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ नरेन्द्र मोदी सरकार की आवास योजना पर कालसर्प की तरह बैठ गए थे और उन्होंने दो लाख मकानों का आवंटन केंद्र को लौटा दिया था। उन्होंने कहा कि फिलहाल मोदी सरकार इस योजना के तहत राज्य में 47 लाख मकान बनाने को तैयार है।
नड्डा ने कांग्रेस पर तुकबंदी में निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस का मतलब है-‘‘भ्रष्टाचार, अनाचार और व्यभिचार’’, जबकि भाजपा का मतलब है-‘‘विकास और लोगों की हितकारी सरकार।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा के पिछले 18 साल के राज में मध्यप्रदेश ‘‘बीमारू’’ से ‘‘बेमिसाल’’ राज्य बन गया है।
हर्ष