विदेश की खबरें | हमास ने संघर्ष विराम के तहत 13 इजराइलियों समेत बंधकों के पहले समूह को रिहा किया : अधिकारी

यह समझौता गाजा के संकटग्रस्त निवासियों के लिए पहली राहत लेकर आया और अत्यधिक आवश्यक सहायता की आपूर्ति का रास्ता खोल दिया। यह इजराइल और अन्य जगहों पर उन परिवारों के लिए भी आशा का क्षण था जो सात अक्टूबर के हमास के हमले के दौरान बंदी बनाए गए प्रियजनों के लिये चिंतित थे। थाईलैंड के प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन ने बताया कि हमले के दौरान अपहृत 12 थाई नागरिकों को भी मुक्त किया गया है।
कतर के विदेश मंत्रालय ने 24 बंधकों की रिहाई की पुष्टि की है।
मंत्रालय के प्रवक्ता माजिद अल-अंसारी ने कहा, “रिहा किए गए लोगों में 13 इजरायली नागरिक शामिल हैं, जिनमें से कुछ दोहरी नागरिकता रखते हैं, इसके अलावा 10 थाई नागरिक और एक फिलीपीन नागरिक हैं।” क़तर बंधकों की रिहाई में एक प्रमुख मध्यस्थ था।
संघर्ष विराम शुरू होने के बाद के घंटों में कहीं से लड़ाई की खबर नहीं है। इस संघर्ष विराम से गाजा के 23 लाख लोगों को राहत मिलेगी जो पिछले कुछ हफ्तों से इजराइल द्वारा की जा रही बमबारी और मूलभूत जरूरत की आपूर्ति की कमी से जूझ रहे थे। इजराइली हमलों में हजारों लोगों की जान गई है जबकि क्षेत्र की इमारतों को व्यापक नुकसान हुआ है। फलस्तीन की बड़ी आबादी को हमलों के कारण अपने घर को छोड़ने के लिये मजबूर होना पड़ा।
फलस्तीनी अधिकारियों ने कहा कि पहली अदला-बदली में शुक्रवार अपराह्न 39 फलस्तीनी कैदियों – इजराइली बलों पर हमले के लिये हत्या के प्रयास की दोषी कुछ महिलाओं समेत 24 महिलाएं और पथराव जैसे अपराध के लिए जेल में बंद 15 किशोर- को 13 इजराइली बंधकों के बदले रिहा किया जाएगा।
संघर्ष विराम ने अंततः युद्ध समाप्त होने की उम्मीदें जगा दी है जिसने गाजा के विशाल हिस्से को नष्ट कर दिया, जिसके कारण कब्जे वाले वेस्ट बैंक क्षेत्र में हिंसा में वृद्धि हुई और पूरे पश्चिम एशिया में व्यापक संघर्ष की आशंका पैदा हो गई। हालांकि, इजराइल ने कहा है कि संघर्ष विराम समाप्त होने के बाद वह बड़े पैमाने पर हमले फिर से शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पहले बंधकों को मुक्त कराया गया इजराइली मीडिया की खबरों में सुरक्षा अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा गया है कि हमास ने 13 इजराइलियों के समूह को मिस्र ले जाने के लिए रेड क्रॉस को सौंप दिया था।
हमास के हमले के दौरान बंदी बनाए गए लगभग 240 लोगों की दुर्दशा इजराइल को परेशान कर रही है, जिससे कुछ परिवारों में गुस्सा बढ़ रहा है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार उन्हें घर लाने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रही है।
हमास और इजराइल के बीच चार दिन के संघर्ष विराम के दौरान कुल 50 बंधकों को रिहा किया जाएगा। यह स्पष्ट नहीं है कि इस आंकड़े में थाईलैंड के बंधक शामिल हैं या नहीं।
समझौते के तहत इजरायल अगले चार दिनों में 150 फलस्तीनियों को रिहा करेगा। शुक्रवार को 39 कैदियों को रिहा किया जाना है।
शुक्रवार शाम की रिहाई से पहले, हजारों इजराइली तेल अवीव में ‘बंधक चौक’ नामक स्थान पर एकत्र हुए, और रिहा बंधकों का स्वागत करने के लिए गीत गाए।
शुक्रवार की सुबह संघर्ष विराम शुरू होने के बाद, समझौते के तहत वादा की गयी सहायता की रुकी हुई आपूर्ति शुरू हो गयी। इज़राइल ने कहा कि मिस्र से ईंधन के चार ट्रक और रसोई गैस के चार ट्रक के साथ राहत सामग्री के 200 ट्रक आए।
थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर देश के 12 नागरिकों की रिहाई की पुष्टि की।
मिस्र के राफा क्रॉसिंग के फुटेज में गाजा से निकलने वाली एम्बुलेंस की एक कतार दिखाई दे रही है।
रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति ने पुष्टि की कि उसने कुल 24 बंधकों को मिस्रवासियों को सौंप दिया है। लेकिन उसने उनकी राष्ट्रीयता पर विवरण देने या संख्याओं में विसंगति की व्याख्या करने से इनकार कर दिया।
गाजा में शासन कर रहे हमास समूह ने इजराइल पर सात अक्टूबर को अप्रत्याशित हमला किया था और इस दौरान करीब 240 लोगों को बंधक बना लिया गया था।
इजराइल ने कहा कि प्रत्येक अतिरिक्त 10 बंधकों की रिहाई पर युद्धविराम को एक अतिरिक्त दिन बढ़ाया जाएगा।
कतर, अमेरिका और मिस्र की मध्यस्थता में कई सप्ताह की गहन अप्रत्यक्ष बातचीत के बाद यह समझौता हुआ। यदि यह समझौता सफलतापूर्वक लागू होता है, तो यह इजराइल और हमास के बीच जारी युद्ध में महत्वपूर्ण विराम होगा।

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