विदेश की खबरें | नाटो ने शीत युद्धकालीन सुरक्षा संधि से रूस के बाहर होने के बाद इसे स्थगित करने की घोषणा की

नाटो ने कहा कि संधि पर हस्ताक्षर करने वाले सदस्य समझौते में अपनी भागीदारी अब स्थगित कर रहे हैं।
नाटो के 31 सदस्य देशों ने ‘यूरोप में पारंपरिक सशस्त्र बल संधि’ पर हस्ताक्षर किये थे, जिसका लक्ष्य शीत युद्ध के दौर के प्रतिद्वंद्वी देशों को आपसी सीमाओं के पास सैनिकों को जमा करने से रोकना था।
नाटो ने कहा कि एक ऐसी स्थिति जिसमें अन्य देश संधि का पालन करेंगे और रूस नहीं करेगा, कायम नहीं रहेगी।
रूस के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को घोषणा की कि मास्को संधि से अलग हो गया है।
इसके जवाब में, नाटो ने कहा कि जिन सहयोगियों ने हस्ताक्षर किए थे वे अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपने अधिकारों के अनुसार, जब तक आवश्यक हो संधि के कार्यान्वयन को स्थगित करने का इरादा रखते हैं तथा यह नाटो के सभी सदस्यों द्वारा पूरी तरह से समर्थित निर्णय है।
नाटो ने रेखांकित किया कि उसके सदस्य सैन्य खतरे को कम करने, और गलत धारणाओं तथा संघर्षों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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