मुंबई, 10 नवंबर वित्तीय संस्थानों के लिये प्रौद्योगिकी का डिजिटल परिवेश तैयार करने वाला मंच जोकाटा ने सिडबी के साथ मिलकर एक नया एमएसएमई आर्थिक गतिविधि सूचकांक ‘संपूर्ण’ पेश किया है।
जोकाटा ने एक बयान में कहा कि यह एमएसएमई आधारित उच्च-आवृत्ति संकेतक भारत के छोटे और मझोले उद्योगों की स्थिति को बताएगा। सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्यम (एमएसएमई) देश के समग्र सकल मूल्यवर्धन (जीवीए) में एक चौथाई से अधिक और कुल निर्यात में 40 प्रतिशत से अधिक का योगदान करते हैं।
इस समय उपलब्ध सूचकांक व्यावसायिक उम्मीदों का पता लगाते हैं और राय या सर्वेक्षण आधारित आंकड़ों पर भरोसा करते हैं।
बयान में कहा गया कि 50,000 से अधिक एमएसएमई के आधिकारिक जीएसटीएन रिटर्न में दिए गए आंकड़ों के आधार पर इस सूचकांक को तैयार किया गया है।
ऋण विशेषज्ञों, डेटा वैज्ञानिकों और वरिष्ठ अर्थशास्त्रियों के एक दल ने पिछले चार वर्षों में सूचकांक को तैयार किया है।
सिडबी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिवसुब्रमण्यम रमन ने कहा, ”सिडबी में हम लगातार क्षेत्र के विकास के लिए प्रयास कर रहे हैं और संबंधित पक्षों को सही फैसले करने में सक्षम बनाने के लिए सूचना की कमी को पूरा करने के लिए संस्थानों के साथ साझेदारी कर रहे हैं। इसी भावना से हमने जोकाटा के साथ मिलकर ‘संपूर्ण’ को बनाया है।”
जोकाटा के प्रबंध निदेशक और सीईओ प्रशांत मुड्डू ने कहा कि जोकाटा संपूर्ण एमएसएमई बिक्री प्रदर्शन का पता लगाने के लिए एक तथ्य-आधारित उपाय है।