देश के दूसरे सबसे बड़े शहर के दुनिया के सबसे प्रदूषित नगरों में से एक बने रहने के बाद यह फैसला किया गया है। डॉक्टरों ने लोगों को मास्क लगाने और घरों में ही रहने की सलाह दी है। लोगों ने खांसी और सांस लेने में परेशानी जैसी शिकायतें की हैं।
लाहौर के मुख्य मायो अस्पताल के डॉक्टर सलमान काजमी ने कहा, “ श्वसन संबंधी बीमारियों, आंखों में संक्रमण और त्वचा रोगों के लिए अस्पताल जाने से बचने के लिए मास्क लगाएं और घरों में रहें।”
बृहस्पतिवार को हवा में ‘‘पीएम2.5’’ या छोटे कणों की सांद्रता का स्तर 450 तक पहुंच गया जिसे खतरनाक माना जाता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दियों में गेहूं की बुआई के मौसम की शुरुआत में पराली को जलाना प्रदूषण का एक प्रमुख कारण है।
एपी